Communication VS Conversation
क्या आपको भी परेशानी होती है Communication और Conversation में तो आज हम इसी टॉपिक पर बात करेंगे की Communication क्या है और Conversation क्या है इसे हम एक स्टोरी की मदद से समझते है
Communication vs. Conversation
गाँव में दो अच्छे दोस्त थे—राजू और मोहन। दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे और हमेशा साथ खेलते थे। लेकिन गर्मी की छुट्टियों में राजू को अपने नाना के घर जाना पड़ा।
पहला दिन (Communication)
राजू ने मोहन को एक चिट्ठी लिखी—
"प्रिय मोहन,
मैं नाना के घर पहुँच गया हूँ। यहाँ बहुत अच्छा लग रहा है। खेतों में आम के पेड़ हैं और मैं रोज़ तैरने जाता हूँ। तुम कैसे हो? छुट्टियों में क्या कर रहे हो?
तुम्हारा दोस्त,
राजू।"
राजू ने चिट्ठी भेज दी, लेकिन उसे तुरंत जवाब नहीं मिला। यह Communication था क्योंकि राजू ने अपनी बात मोहन तक पहुँचाई, लेकिन तुरंत कोई बातचीत नहीं हुई।
दूसरा दिन (अब यह Conversation बन गई!)
कुछ दिनों बाद, मोहन का जवाब आया—
"प्रिय राजू,
मैं भी ठीक हूँ! तुम्हारे बिना क्रिकेट खेलना अच्छा नहीं लग रहा। लेकिन तुम आम के पेड़ के नीचे मस्ती कर रहे हो, यह जानकर अच्छा लगा! जब लौटोगे, तो आम लाना मत भूलना!
तुम्हारा दोस्त,
मोहन।"
अब राजू ने फिर से उसे जवाब लिखा और उनकी चिट्ठी-चिट्ठी में बातचीत शुरू हो गई। यानि अब यह Communication से Conversation में बदल गया!
जब राजू ने पहली चिट्ठी लिखी, वह Communication था।
जब मोहन ने जवाब दिया और बातचीत होने लगी, वह Conversation बन गया।
हर Conversation एक Communication है, लेकिन हर Communication, Conversation नहीं होती!
अब तुम बताओ—अगर राजू ने रेडियो पर गाँव की ख़बरें सुनीं, तो वह क्या होगा? Communication या Conversation?
Communication (संचार) क्या होता है?
- बोलकर,
- लिखकर,
- इशारों से (जैसे सांकेतिक भाषा),
- या फिर टेक्स्ट मैसेज, ईमेल, पोस्टर, न्यूज आदि के जरिए!

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